इंग्लैंड और इंडिया के बीच विवाद कोई नई बात नहीं
नॉटिंघम टेस्ट मैच में जेम्स एंडरसन और रविंद्र जडेजा के बीच हुआ विवाद काफी चर्चा में है। दोनों टीमों द्वारा शिकायत से मामला आईसीसी
नॉटिंघम टेस्ट मैच में जेम्स एंडरसन और रविंद्र जडेजा के बीच हुआ विवाद काफी चर्चा में है। दोनों टीमों द्वारा शिकायत से मामला आईसीसी तक पहुंच गया है। आईसीसी ने दोनों पर आरोप तय कर लिए हैं, अगर एंडरसन दोषी पाए जाते हैं तो उन पर 2 से 4 टेस्ट मैचों कै बैन लग सकता है और रविंद्र जडेजा पर मैच फीस का 50 से 100 प्रतिशत जुर्माना या फिर एक टेस्ट मैच का बैन लग सकता है। दोनों टीमें के बीच विवाद कोई नहीं बात नहीं है। इंडिया जब भी इंग्लैंड दौरे पर आई है तब कोई न कोई विवाद हुआ है। इसमें कई विवाद ऐसे थे जो नॉटिंघम में ही हुए।
2007 का जैली बिंस विवाद
राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 2007 में जब टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर आई थी तब नॉटिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में विवाद हुआ था। टेस्ट मैच की पहली पारी में जब जहीर खान बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आए थे तो उन्हें बल्लेबाजी करते हुए पिच पर जैली बिंस दिखाई दी। उन्होंने उसे पिच से हटा दिया था लेकिन जब उन्होंने अगली गेंद खेली उसके बाद फिर उन्हों पिच पर जैली बिंस दिखाई थी। इसके बाद गली में फील्डिंग कर रहे केविन पीटरसन के साथ जहीर की कहासुनी भी हुई थी। जहीर ने यह जैली बिंस अम्पायरों को भी दिखाई थी। इस मैच के बाद जहीर खान ने कहा था कि जब में बल्लेबाजी कर रहा था तो मुझे क्रीज पर कुछ जैली बिंस दिखाई दी थी। मैनें उसे हटा दिया था लेकिन जब मैंने अगली गेंद खेली तो मुझे क्रीज पर फिर जैली बिंस दिखाई दी थी। तो जाहिर है कि कोई उन्हें क्रीज पर फेंक रहा था जो मुझे पसंद नहीं था। इसके बाद जहीर खान ने अपनी शानदार बॉलिंग से इंग्लैंड को मुंहतोड़ जवाब दिया था। जहीर खान ने दूसरी पारी में 5 विकेट और कुल 9 विकेट लिए थे। इंडिया यह मैच 7 विकेट से जीती थी।
2011 का रन आउट विवाद
इसके बाद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जब टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर आई तब भी नॉटिंघम में हुए टेस्ट मैच में विवाद हुआ था। नॉटिंघम टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान टी ब्रेक से पहले के आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर इयॉन मॉर्गन ने शॉट मारा था औऱ गेंद बाउंड्री की तरफ जा रही थी औऱ प्रवीण कुमार गेंद की तरफ दौड़ रही थी। इयॉन मॉर्गन और इयान बेल को लगा था कि प्रवीण कुमार से गेंद छुट गई है औऱ चौका हो गया है औऱ इयान बेल बिना रन पूरा किए ही पवेलियन की तरफ चल दिए थे। लेकिन प्रवीण कुमार ने चौका होने से पहले ही गेंद को रोक लिया था और उसे कप्तान धोनी की तरफ फेंका था। अंपायर ने भी ओवर खत्म होने की घोषणा नहीं की थी। धोनी ने गेंद अभिनव मुकुंद के पास फेंकी थी और उन्होंने स्टंप उड़ा दिए थे। टीवी अंपायर द्वारा देखे जाने के बाद पता चला की नियमों के अनुसार इयान बेल आउट हैं। इंग्लैंड ने खेल भावना के नाम पर इंडिया से आउट की अपील वापस लेने की गुजारिश करी थी हंगामे से बचने के लिए कप्तान धोनी ने अपील वापस ले ली थी।
2011 का वैसलिन विवाद
2011 में नॉटिंघम टेस्ट के दूसरे दिन पहली पारी में वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की जोड़ी बल्लेबाजी कर रहे थे । टीम को स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 48 रन था और वीवीएस 27 रन के निजी स्कोर पर खेल रहे थे। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नौवें ओवर में गेंद लक्ष्मण के बल्ले के नजदीक से गई। जिसके बाद एंडरसन समेत इंग्लैंड के सभी खिलाड़ियों ने स्टंप के पीछे कैच लिये जाने की अपील की लेकिन अंपायर रसद राउफ उन्हें नॉटआउट करार दिया था। इसके बाद कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस ने डीआरएस ( डिसीजन रिव्यू सिस्टम) लिया लेकिन उस में थर्ड अंपायर ने भी नॉटआउट दिया। पारी के दौरान इसे लेकर केविन पीटरसन और लक्ष्मण के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद इंग्लैंद के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने ट्वीट किया था , क्या बल्ले पर लगी वैसलिन ने लक्ष्मण को बचा लिया।
ब्रॉड ने तो तब हद कर दी थी जब उन्होंने जाकर लक्ष्मण का बल्ला चेक किया था कि उस पर किसी तरह की वैसलिन या तरल पदार्थ तो नहीं लगाया हुआ। यह दूसरी बार है जब दोनों देशों के बीच टेस्ट मैचों के दौरान वैसलिन से विवाद खड़ा हुआ हो।
इससे पहले जब इंग्लैंड ने 1976-77 में भारत का दौरे पर आई थी, तब भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जॉन लीवर पर दिल्ली टेस्ट में स्विंग हासिल करने के लिये वैसलिन के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। यह लीवर का पहला टेस्ट मैच था और उन्होंने पहली पारी में 46 रन देकर 7 और दूसरी पारी में 24 रन देकर तीन विकेट लिए थे।
(सौरभ शर्मा)
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