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श्रीनिवासन के खिलाफ कोई तो आगे आये:शशांक मनोहर

मुंबई/नई दिल्ली, 18 अप्रैल(हि.स.) बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर का कहना है कि बोर्ड में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है, जो कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले से घिरे एन. श्रीनिवासन का सामना कर सके। लगातार ये

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Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Feb 07, 2015 • 10:20 PM

मुंबई/नई दिल्ली, 18 अप्रैल(हि.स.) बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर का कहना है कि बोर्ड में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है, जो कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले से घिरे एन. श्रीनिवासन का सामना कर सके।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
February 07, 2015 • 10:20 PM

लगातार ये देखने को मिलता रहा है कि सीधे तौर पर कोई भी खुल कर क्रिकेट संघ में उनकी निंदा नहीं कर रहा है और वोइस्तीफा देने की मांगों को लगातार नजरअंदाज करते रहे हैं, लेकिन अब सर्वोच्च न्यायालय ने क्लीन चिट मिलने तक उन्हें अध्यक्ष के अधिकारों का उपयोग करने से रोक रखा है।हालांकि पिछले एक साल में कुछ भी नहीं हुआ। इस प्रकरण का खुलासा मई, 2013 में हुआ था और आज अप्रैल 2014 है।

मनोहर ने कहा है कि क्रिकेट प्रशासन में कोई व्यक्ति 20 अप्रैल को बोर्ड मुख्यालय में बुलाई गई कार्यकारिणी की आपात बैठक में यह मसला उठाये। उन्होंने कहा, बीसीसीआई में (बोर्ड के कामकाज से संबंधित) शक्तियां अध्यक्ष के पास नहीं, बल्कि कार्यकारिणी और आम सभा के पास हैं।

उन्होंने कहा कि वहबोर्डकेसंविधानमेंबदलावकीजरूरतमहसूसकरतेहैं। किसी को हटाने के लिए आपको तीन-चौथाई बहुमत चाहिए। इसका मतलब है कि 31 में से 24 मतों की जरूरत पड़ेगी। जब (पूर्व आईपीएल अध्यक्ष) ललित मोदी को हटाया गया (और उन पर 2010 में आजीवन प्रतिबंध लगाया गया) तो उन्हें (प्रतिबंध से बचने के लिए) केवल आठ मतों की जरूरत थी, जो वह नहीं जुटा पाए थे।
हिन्दुस्थान समाचार/धीरेन्द्र/सुनील

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