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"मांकड़ड" ये भी है आउट का एक तरीका

वैसे तो क्रिकेट में आउट होने के कई तरीके होते हैं और आप लगभग हर तरीके के बारे में जानतें होंगे। लेकिन हम आउट होने के जिस तरीके के बारे में आपको बता रहे हैं शायद ही ज्यादा लोगों को

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Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Feb 07, 2015 • 04:28 PM

वैसे तो क्रिकेट में आउट होने के कई तरीके होते हैं और आप लगभग हर तरीके के बारे में जानतें होंगे। लेकिन हम आउट होने के जिस तरीके के बारे में आपको बता रहे हैं शायद ही ज्यादा लोगों को आउट होने के इस तरीके के बारे में पता हो । आपने बोल्ड, कैच आउट, रन आउट और स्टंप आउट के बारे में जरूर सुना होगा लेकिन क्रिकेट में एक और तरह का आउट होता है इस तरीके को मांकड़ड कहते है। 

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
February 07, 2015 • 04:28 PM

क्या और कैसे होता है मांकड़ड 

जब नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़ा बैट्समैन बॉलर की गेंद फेंकने से पहले ही जल्दी रन लेने के चक्कर में क्रीज से बाहर निकल जाता है और बॉलर बॉल फेंकने की बजाय उसे रन आउट कर देता है। तो उसे मांकड़ड  आउट कहते हैं। अब आप सोच रहें होंगे कि आउट होने के इस तरीके का नाम मांकड़ड क्यों पड़ा। 1947-48 में सिडनी स्टेडियम में इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था। मैच के दौरान इंडियन बॉलर वीन मांकड़ बॉलिंग करा रहे थे और नॉन स्ट्राइकर छोर पर बिल ब्राउन थे, वह वीनू के बॉल फेंकने से पहले ही क्रीज से बाहर निकल गए थे। जिसके बाद वीनू माकंड ने बॉल फेंकनें की बजाय उसे विकेट पर मार दिया था। यह पहली बार था जब किसी खिलाड़ी को बॉलर ने इस तरीके से आउट किया था। इस घटना के बाद से आउट होने के इस तरीके का नाम मांकड़ड पड़ गया था। माकडंड एक तरह का रन आउट ही होता है। वीनू मांकड़ के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में  ऐसा भारत के 2 ही खिलाड़ियों ने किया लेकिन दूसरे देश के कई खिलाड़ियों ने बैट्समैन को मांकड़ड करके वापस पवेलियन भेजा है। 

इस तरह से आउट किए जाने पर कई बार क्रिकेटरों को आलोचना का सामना भी करना पड़ता है। अगर आप नॉन स्ट्राइक बल्लेबाज को एक बार चेतावनी देकर मांकडड करे तो इसे ठीक माना जाता है लेकिन आप अगर किसी बल्लेबाज को बिना चेतावनी दिए मांकड़ड कर देते हैं तो उसके बाद खिलाड़ी की खेल भावना की काफी आलोचना की जाती है। 
 
इंडियन खिलाड़ियों ने कब-कब किया मांकड़ड

वीनू मांकड़ के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में दो ही ऐसे मौके आए जब किसी इंडियन ब़ॉलर ने बल्लेबाज को मांकड़ड आउट किया। इसमें एक बार तो खिलाड़ी को आउट दिया गया लेकिन एक बार कप्तान के अपील वापस लेने के बाद खिलाड़ी को आउट नहीं दिया गया। 1992-93 में भारत जब पहली बार दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गया था। 7 वन डे मैचों की सीरिज में पोर्ट एलिजाबेथ में दूसरा वन डे मैच चल रहा था तारीख थी 9 दिसंबर 1992 और टीम इंडिया को जीत के लिए साउथ अफ्रीका को 148 रन का लक्ष्य दिया था।टारगेट का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की शुरूआत काफी धीमी रही थी। इसी बीच इंडिया के बेहतरीन ऑलराउंडर कपिल देव नौवें ओवर में बॉलिंग करने आए और उस समय नॉन स्ट्राइकर छोर पर पीटर क्रिस्टेन खड़े थे। कपिल देव ने इस ओवर में पीटर को मांकड़ड कर दिया था। कपिल देव द्वारा कई बार चेतावनी देने के बाद भी पीटर बार बार ऐसा कर रहे थे। सच्ची खेल भावना के लिए अपनी कप्तानी तक गवांने वाले कपिल देव को इसके लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। वन डे मैचों में ये आखिरी बार था जब खिलाड़ी को मांकड़ड करने के बाद आउट दिया गया था। वन डे क्रिकेट मे इसके बाद अभी तक कोई खिलाड़ी मांकड़ड आउट नहीं दिया गया।

कपिल देव के बाद वन डे मैचों में रविचंद्रन अश्विन ने बल्लेबाज को मांकड़ड किया लेकिन कप्तान द्वारा अपील वापस लेने के बाद बल्लेबाज को आउट नहीं माना गया था। 2012 में कॉमनवैल्थ बैंक सीरिज में इंडिया और श्रीलंका के बीच खेले गए वन डे मैच में आर अश्विन ने लहीरू तिरिमन्ने को मांकडड कर दिया था। दोनों ग्राउंड अंपायरों ने आउट देने से पहले वीरेंद्र सहवाग से अपील पर पुर्नविचार करने को कहा था। इसके बाद सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के साथ विचार विमर्श करके आउट की अपील वापस ले ली थी। नहीं तो वन डे क्रिकेट में माकडंड करने वाले अश्विन दूसरे भारतीय बॉलर बन जाते। अश्विन ने कहा था कि उन्होने तिरिमन्ने को ऐसा करने के लिए कई बार मना किया था लेकिन वह फिर भी ऐसा कर रहे थे। 

वन डे मैचों में 3 बार हुआ मांकड़ड 

कपिल देव द्वारा पीटर क्रिस्टेन को माकडंड किए जाने को मिलाकर अब तक वन डे मैचों में कुल तीन बार ऐसा हुआ है जब बॉलर ने बैट्समैन को मांकडड किया। 1974-75  इंग्लैंड के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेलबर्न वन डे में ग्रैग चैपल ने ब्रायन लकहर्स्ट को मांकड़ड आउट किया था । इसके बाद मांकड़ड की दूसरी घटना 1992-93 में हरारे में न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए वन डे मैच में हुई थी।  इस मैच में न्यूजीलैंड के दीपक पटेल ने ग्रांट फ्लॉवर को मांकड़ड किया था। इसके बाद कपिल देव ने पीटर क्रिस्टेन को मांकड़ड किया था। 

4 बार टैस्ट में हुआ मांकड़ड

वीनू मांकड़ द्वारा मांकड़ड बिल ब्राउन को मांकड़ड किए जाने को मिलाकर अब तक टैस्ट मैचों में 4 बार ऐसा हुआ है जब बॉलर ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े बैट्समैन को मांकड़ड आउट किया हो। 1968-1969 में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए टैस्ट मैच में वेस्टइंडीज खिलाड़ी इयान रेडपाथ ने ऑस्ट्रेलिया के चार्ली ग्रिफिथ को मांकड़ड किया था।                  

1977-78 में क्राइस्टचर्च में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में इंग्लैंड के बैट्समैन डेरेक रैंडल को न्यूजीलैंड के एवेन चैटफील्ड ने मांकड़ड आउट किया था। 

इसके बाद 1978-79 में पर्थ में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के एलन हर्स्ट ने पाकिस्तान के सिकंदर बख्त को मांकड़ड किया था।  

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दो बार बल्लेबाजों को मांकड़ड किया गया है और दोनों बार ऐसे करन वाले बॉलर मुरली कार्तिक थे। 

सौरभ शर्मा

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