Cricket History - इंग्लैंड का भारत दौरा 1976
साल 1976 में इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया। इस बीच दोनों टीमों के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई। 1976/77 के इस दौरे पर इंग्लैंड ने भारत पर अपना दबदबा बनाकर रखा और अंग्रेजों ने भारत को
साल 1976 में इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया। इस बीच दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई। 1976/77 के इस दौरे पर इंग्लैंड ने भारत पर अपना दबदबा बनाकर रखा और अंग्रेजों ने भारत को 3-1 से हराया।
इस सीरीज में जॉन लीवर का प्रसिद्ध वैसलीन (Vaseline) विवाद हुआ था। इंग्लैंड की सरजमीं पर लीवर उतने खतरनाक गेंदबाज नहीं माने जाते थे लेकिन जब वो भारत आए तो यहां के बल्लेबाजों पर उन्होंने अपनी घूमती हुई गेंदों से कहर बरसाया।
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला के मैदान पर उन्होंने अपने करियर का पहला टेस्ट मैच खेला और टीम के मैनेजर केन बेरिंग्टोन के कहने पर उन्हें टीम में शामिल किया गया जिसकी बदौलत उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना कदम रखा।
दिल्ली टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 381 रन बनाए। लीवर ने फिऱ अपनी घातक गेंदबाजी से भारत के 6 विकेट चटकाए। पहली पारी में उन्होंने 46 रन देकर 7 विकेट हासिल किए औऱ दूसरी पारी में 24 रन देकर 3 विकेट चटकाए जिसकी बदौलत टोनी ग्रेग की कप्तानी वाली इंग्लैंड ने भारत को पारी और 25 रन से हराया।
कलकत्ता के मैदान पर सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला गया और बेहद गर्म मौसम के बावजूद ग्रेग ने एक शानदार जमाया। इस मैच में भारत को पारी की हार से बचने के लिए 21 रनों की जरूरत थी और टीम के पास अभी भी 3 विकेट बचे थे। हार के कगार पर खड़ा होने के बावजूद इडेन गार्डेन्स में बैठे दर्शकों की संख्या में कमी नहीं हुई। इस मैच में भारत को 10 विकटों से हार मिली।
तीसरा टेस्ट मैच मद्रास के मैदान पर खेला गया। मैदान पर भयानक गर्मी थी और इंग्लैंड के दो खिलाड़ी लीवर और बॉब विलीस के बाल बेहद लंबे थे जिसके कारण उन्हें परेशानी हो रही थी साथ ही पसीने भी उनके आंखों में घुस रहा था। तब टीम के फिजियोथेरेपिस्ट बर्नार्ड थॉमस ने उन्हें अपने चेहरे पर वैसलीन लगाने की सलाह दी ताकि उससे पसीना थोड़ा काबू में रहे, ऐसे ही कुछ सलाह मैराथन में दौड़ने वाले धावकों को दी जाती है।
गेंदबाजी के दौरान लीवर ने अपने Eyebrows पर से पसीना पोछा और उन्हें वेसलीन का एहसास हुआ और उन्होंने वहीं विकेट के पास कुछ छींटे फेंक दिए। मैदानी अंपायर जुडाह रूबेन ने उसे उठाया और उसे फौरेनसिक लैब भेजा। जब जांच में यह पाया गया कि वो वैसलीन ही है जिसके बाद लीवर के ऊपर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा।
अगले दिन मैदान पर दर्शकों ने एक बैनर पर लिखा था कि "Cheater Lever Go Home, Town Greig Down Down" लेकिन एक मामला इससे भी ज्यादा बढ़ गया।भारतीय टीम के कप्तान बिशने सिंह बेदी अंग्रेजों के खेमे में गए और लीवर को दिल्ली टेस्ट में मिले स्वींग के बारे में बात किया। लेकिन ब्रिटिश मिडिया ने इसे एक अलग ही रूप दिया और यह दर्शाया कि इंग्लैंड के हाथों सीरीज हार के बाद बिशेन सिंह अपनी कप्तानी बचाने के लिए ये सब कर रहे है।
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