क्रिकेट मैच के दौरान कोई नया रिकॉर्ड बनना कोई बड़ी बात नहीं पर कुछ रिकॉर्ड ख़ास ही होते हैं। इस लिस्ट में डॉन ब्रैडमैन की 99.94 टेस्ट औसत, ब्रायन लारा के एजबेस्टन 1994 में 501*, जिम लेकर के 1956 में ओल्ड ट्रैफर्ड में 19-90 और सर गारफील्ड सोबर्स (Sir Garfield Sobers) के 1968 में स्वानसी (Swansea) में एक ओवर में 6 छक्के जैसे रिकॉर्ड तो जानकार की नजर में अमानवीय जैसे हैं। सोबर्स के बाद भी, अब एक ओवर में 6 छक्के का रिकॉर्ड बन चुका है पर नोट कीजिए मौजूदा दौर में वनडे और टी20 की बदौलत 6 लगाना कोई बहुत बड़ा शॉट नहीं रह गया है- सोबर्स ने जब रिकॉर्ड बनाया तो कितने बल्लेबाज 6 लगाते थे?
जब गैरी सोबर्स के एक ओवर में 6 छक्के का जिक्र होता है तो गेंदबाज मैल्कम नैश या स्वानसी के उस मशहूर सेंट हेलेन्स ग्राउंड(St Helen’s Ground) को (जहां वह नॉटिंघमशायर-ग्लैमर्गन मैच खेला गया) को कितना याद किया जाता है? अब तो और भी भुलाने की स्कीम बन चुकी है और ये तय हो गया है कि जिस सेंट हेलेन्स ग्राउंड में सोबर्स ने ये रिकॉर्ड बनाया वहां आगे कभी क्रिकेट नहीं खेलेंगे। इस ग्राउंड के हिस्से में सिर्फ गैरी सोबर्स का ये अनोखा रिकॉर्ड ही नहीं है- जिस दौर में इंग्लैंड के लिए ऑस्ट्रेलिया को हराना मुश्किल मानते थे, यहां ग्लेमरगन ने टेस्ट खिलाड़ियों से भरी ऑस्ट्रेलिया इलेवन को एक नहीं, दो बार (1964 और 1968 में) हराया। अब यहां आगे क्रिकेट न खेलने की वजह है इसे पूरी तरह रग्बी टीम ऑस्प्रे (Ospreys’) के हवाले करना और इसी के साथ इस ग्राउंड का क्रिकेट से 150 साल पुराना जुड़ाव खत्म हो जाएगा। कुछ साल बाद तो इस ग्राउंड में क्रिकेट के निशान भी न दिखाई देंगे।
वैसे ग्लैमर्गन ने 2019 से स्वानसी में कोई काउंटी क्रिकेट मैच नहीं खेला है। स्टेडियम स्थानीय काउंसिल का है और यहां क्रिकेट और रग्बी पिच एक साथ बनी हुई हैं। पिछले कुछ सालों में यहां क्रिकेट पर रग्बी हावी हुई जिस वजह से फर्स्ट क्लास क्रिकेट के लिए सुविधाएं कम होती जा रही थीं। कुछ दिन पहले ही ये घोषणा हुई कि ऑस्प्रेज़ रग्बी टीम, जो 2005 से स्वानसी सिटी के 21000 सीट वाले फुटबॉल स्टेडियम में खेल रही थी, अब सेंट हेलेन्स ग्राउंड को डेवलप करेंगे, ग्राउंड उनके कंट्रोल में रहेगा और इसी का नतीजा ये है कि अगले साल अगस्त के बाद सेंट हेलेन्स में कभी भी क्रिकेट नहीं खेला जाएगा। 2003 में ऑस्प्रेज ने सेंट हेलेन्स में रग्बी खेलना शुरू किया था और उनकी पसंद में ये टॉप पर है। इसीलिए वे अब यहां कई मिलियन पाउंड का इनवेस्टमेंट कर रहे हैं जिससे स्टेडियम में 4500 से 8000 तक सीट भी बढ़ जाएंगी। 4G पिच बनेगी और उसमें क्रिकेट पिच चली जाएगी।