
ख़ास बात ये कि वे आईपीएल में खेले भी हैं और इस तरह, जब आईपीएल में वास्तव में ड्यूटी मिली, तो आईपीएल के ऐसे पहले अंपायर बनेंगे जो आईपीएल खेले भी। विश्वास कीजिए एक समय तन्मय श्रीवास्तव को विराट कोहली के बराबर टेलेंट का बल्लेबाज गिनते थे लेकिन वे उन क्रिकेटरों की लिस्ट में हैं जो अंडर 19 क्रिकेट के टैलेंट को सीनियर क्रिकेट में ट्रांसफर न कर पाए।
आईपीएल में खेलने की बात करें तो 2008 से 2010 पंजाब किंग्स (12 लाख रुपये), 2011 कोच्चि टस्कर्स केरल (20 लाख रुपये) और 2012 डेक्कन चार्जर्स (8 लाख रुपये) के कॉन्ट्रैक्ट उनके नाम रहे पर इन 5 साल में जिन सिर्फ 7 मैच में खेले, उनकी 3 पारी में सिर्फ 8 रन बनाए यानि कि फ्लॉप रहे। खैर अब उन्हें एक और तरीके से आईपीएल से जुड़ने का मौका मिल रहा है।
बहुत कुछ मिलती जुलती स्टोरी एक और क्रिकेटर की भी है। इस खिलाड़ी को तो जूनियर क्रिकेट के दौर में गजब की ऑलराउंड टैलेंट की बदौलत भारत का 'अगला कपिल देव' कहते थे। नाम है रीतिंदर सिंह सोढ़ी। कई समानताएं हैं तन्मय श्रीवास्तव की स्टोरी के साथ :